शेर-ओ-शायरी
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शेर-ओ-शायरीफैज़ अहमद फैज़ (Faiz Ahmad Faiz) Next >>
आते-आते
आयेगा उनको खयाल,
आदमियों से भरी है यह सारी दुनिया मगर,
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आये
तो यूँ कि जैसे हमेशा थे मेहरबाँ,
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2.अर्जे-तमन्ना - ख्वाहिश या आरजू की अभिव्यक्ति
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