उसके लिये तो हाथ उठाना भी है गुनाह,
जिसकी
दुआ हों आप,
वो फिर क्या दुआ करे।
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कहीं
जवाब है इस हद की बदगुमानी का,
कि
शुक्र भी जो करूँ आप इसे गिला कहिए।
1.बदगुमानी
-
किसी
की ओर
से
बुरा खयाल,
कुधारणा
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खामोशी
में मुसीबत और भी संगीन होती है,
तड़प
ऐ दिल तड़पने से जरा तस्कीन होती है।
1.संगीन
-
(i)
सख्त,
कड़ा,
कठोर,
(ii)
बेरहम,
निर्मम,
निष्ठुर,
निर्दय (iii)
गंभीर
2.
तस्कीन -
(i)
संतोष,
इत्मीनान (ii)
सांन्त्वना,
ढाढस,
दिलासा।
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खुदा
शाहिद बुरा कहता नहीं जन्नत को मैं लेकिन,
मजा
कुछ और ही है,
मैकशी का बादाखाने में।
1.शाहिद
-
गवाह
2.मैकशी
-
मद्यपान
3.बादाखाना
-
शराबखाना
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