'अर्श'
पहले यह शिकायत थी खफा होता है वह,
अब
यह शिकवा है कि वह जालिम खफा होता नहीं।
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आने
दो इल्तिफात में कुछ और भी कमी,
मानूस
हो रहे हैं तुम्हारी जफा से हम।
1.इल्तिफात
-
(i)
प्यार,
लगाव (ii)
कृपा,
दया,
मेहरबानी (iii)
तवज्जुह
2.मानूस
-
आसक्त,
मुहब्बत करने वाला
3..जफा
-
सितम,
अत्याचार
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इस
इन्तिहाए-तर्के-मुहब्बत के बावजूद,
हमने
लिया है,
नाम तुम्हारा कभी-कभी।
1.इन्तिहाए-तर्के-मुहब्बत
-
मुहब्बत का बिल्कुल परित्याग
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ऐ
सितमगर मेरे इस हौसले की दाद दें,
सामने
तेरे अगर फरियाद कर लेता हूँ मैं।
1
सितमगर -
जुल्म
ढानेवाला
2.फरियाद
-
(i)
शिकायत,
परिवाद
(ii)
न्याय-याचना (iii)
सहायता के लिए पुकार,
दुहाई
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