शेर-ओ-शायरी
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शेर-ओ-शायरी
बहजाद
लखनवी (Bahjaad
Lakhnavi)
गिरा देंगे नजरों से अपनी वह मुझको, *****
नाकामियों के खौफ ने दीवाना कर दिया, *****
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