शेर-ओ-शायरी

  असीर बीकानेरी  (Aseer Bikaneri

गुल भी है अजीज, कांटे भी हैं अजीज,
वाकिफ नहीं तमीजे-बहारो-खिजाँ से हम।

 1.
तमीज - अन्तर 2.खिजाँ - पतझड़ की ऋतु
 

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